उन्नाव : उन्नाव रेप पीड़िता के साथ रविवार को हुए सड़क हादसे की सीबीआई जांच होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार मंगलवार को इस मामले में केंद्र सरकार को औपचारिक पत्र भेजेगी। इससे पहले पीड़िता के चाचा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला व साजिश का मुकदमा दर्ज किया है।
दुष्कर्म पीड़िता रविवार को अपनी चाची, मौसी और वकील महेंद्र के साथ कार से चाचा से मिलने रायबरेली जेल जा रही थी। इसी दौरान उनकी कार को एक ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी। हादसे में चाची और मौसी मौत हो गई, जबकि रेप पीड़िता और वकील की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। दोनों को ट्रॉमा सेंटर में वेंटिलेटर पर रखा गया है।
एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि इस मामले में कुलदीप सिंह सेंगर, मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह, रिंकू सिंह, वकील अवधेश, सिंह तथा 15-20 अन्य लोगों को नामजद किया गया है। जांच रायबरेली पुलिस ही करेगी।
फाइनेंसर के डर से नंबर प्लेट पर पेंट लगाया : एडीजी के मुताबिक ट्रक पर पेंट लगा मिला था लेकिन फोरेंसिक टीम जब पहुंची तो पेंट हट चुका था। ट्रक मालिक देवेन्द्र पाल ने बताया कि कुछ महीनों से वह ट्रक की किस्त अदा नहीं कर पा रहा था। फाइनेंसर कहीं ट्रक को रास्ते में रोक कर कब्जे में न ले लें, इसलिए आधे नंबर पर ग्रीस पोत दिया था।
परिवार ने साजिश बताया : एडीजी ने बताया कि पीड़िता के परिवार ने सुनियोजित तरीके से हादसा करवाने का आरोप लगाया है। इसकी जांच की जा रही है। वहीं, यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा था कि अगर पीड़िता की मां या अन्य कोई रिश्तेदार आग्रह करता है तो राज्य सरकार हादसे की सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है।
ट्रक का मालिक और क्लीनर गिरफ्तार
एडीजी ने बताया कि ट्रक मालिक फतेहपुर के देवेन्द्र और क्लीनर मोहन श्रीवास को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। ड्राइवर आशीष पहले ही पकड़ा जा चुका है।
एडीजी ने बताया कि पीड़िता की कार और ट्रक की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। तीन फोरेंसिक विशेषज्ञों ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया है। हर पहलू पर बारीक नजर है।